story of padmavati


story of padmavati


पद्मावत की एक महान रानी थी।रानी पद्मावती अपनी सुन्दरता के लिये पुरे भारत में जानी जाती थी।भारतीय इतिहास के पन्नों में अत्यंत सुंदर और साहसी रानी; रानी पद्मावती का उल्लेख है। रानी पद्मावती को रानी पद्मिनी के नाम से भी जाना जाता है।

"story of padmavati"
महाराज गंधर्वसेन नें अपनी पुत्री पद्मावती के विवाह के लिए उनका स्वयंवर रचाया था जिस में भाग लेने के लिए भारत के अगल अलग हिन्दू राज्यों के राजा-महाराजा आए थे।राजा रावल रत्न सिंह अपनी रानी पद्मावती को स्वयंवर में जीत कर अपनी राजधानी चित्तौड़ वापस लौट गये।

हमारे देश में जिन वीर बालाओ ने अपने प्राणों की आहुति देकर अपने मान सम्मान की रक्षा की उनमे वीरांगना रानी पद्मिनी का नाम सर्वोपरि है | राजकुमारी पद्मिनी ( सिंहल द्वीप के राजा की पुत्री थी | वह बचपन से ही बड़ी सुंदर और बुद्धिमान थी | पद्मिनी जब बड़ी हुयी तो उसकी बुद्धिमानी के साथ ही उसके सौन्दर्य की चर्चे चारो तरफ होने लगे |

रानी पद्मिनी जौहर (आत्मदाह) करने के कारण भी जाना जाता है। ऐसा तब उन्होंने किया था जब सन 1303 में अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर हमला कर दिया था।

                                | आप का बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद्"|
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story of padmavati story of padmavati Reviewed by Dynamic News on November 21, 2017 Rating: 5

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